दो महीनों की लंबी छुट्टी के बाद आज चौपाल लगी। विशेष अवसर था थियेटरवाला द्वारा उठाए गए नए नाटक के पात्रों के चयन का। नाटक है हरिशंकर परसाईं की मूल कथा 'रानी नागफनी की कहानी' से प्रेरित प्रेमचंद गांधी द्वारा लिखित 'एक अनूठी प्रेम कहानी'। अभी सारे पात्रों का चयन हुआ नहीं है। लेकिन आशा है कि इस सप्ताह अभ्यास पाठ प्रारंभ हो जाएगा।
आज उपस्थित लोगों में थे- राजन सभरवाल, डॉ शैलेष उपाध्याय, अली भाई, मीरा ठाकुर, नागेश भोजने, राहुल तनेजा और मेनका। मैं और प्रवीण तो थे ही। अस्वस्थ होने के कारण प्रकाश इस शुक्रवार नहीं आ सके, उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हुए आशा करते हैं कि वे जल्दी ही इस परियोजना से आ जुड़ें।
मौसम अच्छा होने लगा है और अब बाहर खुले में खड़ा होना कष्टदायक नहीं रहा। तभी तो हम सब बाहर खड़े होकर फोटो खिंचवा रहे हैं। अगर पूर्वाभ्यास शुरू हो गया तो उसके चित्र भी प्रकाशित करने की कोशिश करूँगी।
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