चौपाल में इस सप्ताह चार लोग जुटे- मेरे सिवा, प्रकाश सोनी, डॉ. शैलेष उपाध्याय और राजन सभरवाल। हमने अगली प्रस्तुति के लिये कहानियों के चयन के विषय में लंबी बातचीत की। तीन रचनाओं (एक व्यंग्य और दो कहानियों) के मंचन के विषय में सभी की स्वीकृति है लेकिन रचनाओं के विषय में अंतिम निर्णय अभी नहीं लिया गया है। बहुत से लोगों का छु्ट्टी पर होना इसका मुख्य कारण है। हालाँकि प्रस्तुति का दिन १६ सितंबर निश्चित हो गया है। आशा है यह प्रस्तुति रोचक रहेगी।
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