यह शुक्रवार दिवंगत लेखक श्रीकांत शुक्ल को श्रद्धांजलि देने का दिन था। डॉ उपाध्याय ने श्रीलाल शुक्ल का परिचय पढ़ा तथा प्रकाश यश विभा और मैंने उनकी कुछ व्यंग्य रचनाओं का पाठ किया। इसके बाद एक घोड़ा तीन सवार नाटक का पहला अंक पढ़ा गया। आज उपस्थित सदस्यों में थे- प्रकाश सोनी, डॉ. उपाध्याय, यश, विभा, मेनका, सादिया, राजन सब्बरवाल, सबीहा और मैं।
शुक्रवार, 4 नवंबर 2011
४ नवंबर, श्रीलाल शुक्ल को श्रद्धांजलि
यह शुक्रवार दिवंगत लेखक श्रीकांत शुक्ल को श्रद्धांजलि देने का दिन था। डॉ उपाध्याय ने श्रीलाल शुक्ल का परिचय पढ़ा तथा प्रकाश यश विभा और मैंने उनकी कुछ व्यंग्य रचनाओं का पाठ किया। इसके बाद एक घोड़ा तीन सवार नाटक का पहला अंक पढ़ा गया। आज उपस्थित सदस्यों में थे- प्रकाश सोनी, डॉ. उपाध्याय, यश, विभा, मेनका, सादिया, राजन सब्बरवाल, सबीहा और मैं।
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