रविवार, 13 जून 2010

११ जून, उत्सव सा दिन



आज का दिन उत्सव जैसा रहा। सदस्यों की उपस्थिति अच्छी थी। जमकर पूर्वाभ्यास हुआ और चाय के साथ बातचीत दमदार रही। आशा है प्रस्तुति भी इसी तरह दमदार रहेगी। मल्हार द्वारा तैयार किये जा रहे रूहे इश्क कार्यक्रम में संगीत तैयार है। रूमी और खुसरों के पूर्वाभ्यास से कलाकार संतुष्ट लगे। आज विशेष ध्यान बुल्लेशाह और कबीर के ऊपर रहा। बहुत दिनों बाद कौशिक और मूफ़ी दिखाई दिए।




बायीं ओर के चित्र में बीच में प्रकाश सोनी अपनी दाहिनी ओर आमिर और बायीं ओर सूत्रधार अली भाई के अभिनय को सराहते हुए- "वाह वाह क्या बात है की मुद्रा में।" ऊपर के चित्र में सामने की ओर बाएँ से प्रकाश और दोनो आमिर, पीछे की ओर बाएँ से मैं, शालिनी, अली भाई, कौशिक, डॉ. उपाध्याय, एक अन्य अभिनेता, सुमित और मूफ़ी। सदा की तरह फोटो प्रवीण जी ने ली।

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