रविवार, 22 अगस्त 2010

२० अगस्त, कोर्टमार्शल का दिन


इस सप्ताह स्वदेश दीपक के नाटक कोर्ट मार्शल का पाठ होना था। चौपाल के प्रारंभ में नाट्य शास्त्र और भारतीय साहित्य के दार्शनिक पक्ष पर थोड़ी बातचीत भी हुई। धीरे धीरे सदस्य जुड़े। डॉ. उपाध्याय, सबीहा, शुभजीत, सुमित, अमीर, आमिर, कौशिक, सलाम, दिलीप परांजपे, प्रवीण जी और मैं कुल मिलाकर दस-ग्यारह लोग हो ही गए। रमज़ान के महीने में जब अधिकतर सदस्य इस्लाम धर्म का पालन करते हुए रोजे पर होते हैं उपस्थिति आमतौर पर कम रहती है। इस बार प्रकाश भी भारत गए हुए हैं शालिनी भी भारत में हैं इस सबको देखते हुए उपस्थिति ठीक रही। नाटक का पाठ हुआ और अंत में थोड़ी बातचीत के बाद सबने विदा ली।

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