इस बार शुक्रवार चौपाल के साहित्य सत्र में मोहन राकेश की कहानी पढ़ी गई - मिस पाल। इस सत्र में मेरे साथ पूर्णिमा वर्मन और स्वरूपा राय उपस्थित रहे। इसके साथ ही स्वरचित रचनाओं का पाठ हुआ और आनेवाले कार्यक्रमों के विषय में बातचीत हुई।
नाटक सत्र में दस्तक और खिलजी के दाँत का पूर्वाभ्यास जारी रहा। इस अवसर पर नाटक के सभी पात्र उपस्थित रहे।
प्रस्तुति- मीरा ठाकुर
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