साहित्य सत्र के सदस्य इस बार व्यस्त रहे। नाटक सत्र में जयपुर के कवि और रंगकर्मी प्रेमचंद गांधी का नाटक एक अनूठी प्रेम कहानी का नाट्य पाठ हुआ। इस नाटक की मूल कथा हरिशंकर परसाईं की रचना राजकुमारी नागफनी की कहानी पर आधारित है। समय कम होने के कारण एक अंक का पाठ ही हो सका पर इसके हास्य व्यंग्य ने सबका भरपूर मनोरंजन किया। नाटक सबको पसंद आया है। इसके मंचन के विषय में अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। आज की चौपाल में उपस्थित रहे- चित्र में बाएं से सुमित, प्रकाश सोनी, गीतू, , सबीहा, मैं, डॉ. शैलेष उपाध्याय और शुभजीत। चित्र प्रवीण सक्सेना ने लिया। गीतू द्वारा लाए गए डोनट्स चाय के साथ मजेदार रहे।
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