शनिवार, 15 मई 2010
१४ मई, वार्षिकोत्सव की योजनाएँ
इस बार चौपाल में थियेटरवाला के वार्षिक उत्सव की तैयारी के विषय में बातचीत हुई। तय यह हुआ है कि अनेक छोटी-छोटी प्रस्तुतियों का एक समूह नाट्य संध्या के नाम से प्रस्तुत किया जाए। लोग अलग अलग नाट्य कर्मियों के नाटकों के साथ जुड़े हैं और चौपाल में उपस्थिति कम सी रही है। इस बार प्रकाश, डॉ उपाध्याय और शालिनी उपस्थित रहे। शालिनी ने महाभारत से द्रौपदी का एक लंबा अंश पढ़ा। शायद वे वार्षिकोत्सव के अवसर पर इसे मंचित करेंगी। बाकी लोग क्या करेंगे यह अंतिम आश्चर्य के लिए सुरक्षित रखा गया है। शायद कुछ न कुछ पूर्वाभ्यास के दौरान स्पष्ट हो जाएगा।
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