
नाटक के निर्देशक डॉ.उपाध्याय भारत गए हुए हैं। उपस्थित लोगों में आज थे- सबीहा, बिमान दा, प्रकाश, मीर, कौशिक, इरफ़ान, मैं और प्रवीण सक्सेना। ईदगाह के बाद चाय हुई और उसके बाद खजूर में अटका का दूसरा भाग पढ़ा गया। आज मुझे कुछ काम था घर पर इसलिए चौपाल खतम होने से कुछ पहले ही उठ गई। आशा है अगली चौपाल में उपस्थिति इससे बेहतर रहेगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें