सोमवार, 28 जून 2010

२५ जून, प्रस्तुति रूहे इश्क की


अंततः प्रदर्शन का दिन आ ही गया। इस कार्यक्रम का विज्ञापन जोरदार हुआ था। टीवी और रेडियो पर दिये जानेवाले विज्ञापन आकर्षक थे। सबसे लोकप्रिय रेस्टोरेंट शृखला कामथ और गज़ीबो पर इनके टिकट बिके थे जिसका प्रभाव दर्शकों की भीड़ के ऊपर देखा जा सकता था। मल्हार के संगीत की प्रस्तुति से दर्शक आस्वस्त दिखे और थियेटरवाला के अभिनय ने उनका अच्छा साथ निभाया। कुल मिलाकर प्रस्तुति सफल रही। शायद इमारात में संगीत के साथ नाट्य अभिनय के संयोजन की यह पहली प्रस्तुति थी और प्रसन्नता की बात है कि दर्शकों ने इसे खूब पसंद किया। प्रदर्शन के दिन चौपाल का लगना तो संभव नहीं होता। अतः चौपाल आज स्थगित रही।

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