शनिवार, 25 दिसंबर 2010

२४ दिसंबर, एक रचनात्मक दिन

२४ दिसंबर की शुक्रवार चौपाल में सुबह के पहले सत्र में कंप्यूटर पर इनस्क्रिप्ट टाइपिंग का अभ्यास हुआ, उदय प्रकाश को साहित्य अकादमी पुरस्कार की सूचना और उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर संक्षिप्त आलेख पढ़ा गया तथा आगामी साहित्य प्रतियोगिता के विषय में बातचीत हुई। पिछली चौपाल से हाइकु रचने की जो परंपरा शुरू हुई है उसे भी आगे बढ़ाते हुए नये हाइकु लिखे गए। नाटक सत्र में के.पी. सक्सेना के नाटक 'खिलजी का दाँत' का पूर्वाभ्यास हुआ। आज की चौपाल में मीरा ठाकुर, स्वरूपा राय, प्रकाश सोनी, कौशिक साहा, लक्ष्मण, अमीर, संजीव और सबीहा उपस्थित रहे।

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